Ayodhya Ram Mandir : रामलला के दर्शन कैसे करे और टाइमिंग?

अयोध्या राम मंदिर, जो कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जी की जन्मभूमि है, आस्था और भक्ति का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यहाँ रामलला के दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु प्रतिवर्ष आते हैं। इस लेख में हम आपको अयोध्या राम मंदिर में रामलला के दर्शन करने की पूरी प्रक्रिया, आवश्यक जानकारी और टिप्स प्रदान करेंगे।

यात्रा और पहुँच

अयोध्या पहुँचने के लिए विभिन्न मार्ग उपलब्ध हैं। श्रीराम एयरपोर्ट अयोध्या में है जो राम लला के मंदिर से 10 किलोमीटर की दूरी पे है। दिल्ली और अहमदाबाद से यहां के लिए विमान सेवाएं उपलब्ध हैं। आप लखनऊ, गोरखपुर या वाराणसी एयरपोर्ट से भी बस या ट्रेन के माध्यम से अयोध्या पहुँच सकते हैं। सड़क मार्ग से अयोध्या के लिए विभिन्न शहरों से बस सेवाएं भी उपलब्ध हैं।

मंदिर में दर्शन

राम मंदिर में रामलला के दर्शन 30 फुट की दूरी से किए जा सकते हैं। श्रद्धालुओं को पूरब दिशा से प्रवेश करना होता है। सिंह द्वार से आगे बढ़ते हुए वे रामलला के सामने पहुंचेंगे। दर्शन के बाद, श्रद्धालु बाएं घूम कर पीएफसी भवन से बाहर निकल सकते हैं। 

  • दर्शन का समय
    सुबह का समय- सुबह 7:00 बजे से 11:30 बजे तक
    दोपहर का समय- 2:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक

आरती और प्रसाद

रामलला की आरती के लिए विशेष पास प्राप्तकरने की आवश्यकता होती है, जो निशुल्क होता है। पास प्राप्त करने के लिए आईडी प्रूफ आवश्यक है। मंदिर परिसर में ही भक्तों के लिए नि:शुल्क प्रसाद की व्यवस्था है। रामलला के दर्शन के बाद निकास द्वार पर इलायची दाने का प्रसाद मिलेगा।

मंदिर में प्रवेश करते समय ध्यान देने योग्य बातें

रामलला के दर्शन के समय आप सिर्फ पैसे, चश्मा ही ले जा सकते हैं। फोन, वॉलेट, चार्जर, चाबी, इलेक्ट्रॉनिक सामान ले जाने पर रोक है। इन्हें आप परिसर में मौजूद निशुल्क लॉकर में रख सकते हैं।

अयोध्या के अन्य दर्शनीय स्थल

अयोध्या में आप हनुमानगढ़ी मंदिर, नागेश्वरनाथ मंदिर, कनक भवन, राम की पैड़ी, गुप्तार घाट और रामकोट भी दर्शन करने और घूमने के लिए जा सकते हैं। हनुमानगढ़ी महाबली हनुमान का विख्यात मंदिर है जो 10वीं शताब्दी में बनाया गया।

अयोध्या में खरीदने के लिए क्या प्रसिद्ध है?

एक तीर्थनगरी होने के नाते अयोध्या में लकड़ी और पत्थर की कलाकृतियाँ, धार्मिक पुस्तकें, पूजा के सामान, मिठाईयाँ और प्रसाद जैसे वस्तुएँ प्रमुखता से उपलब्ध होती हैं।

आयोजन और उत्सव

अयोध्या राम मंदिर में विशेष आयोजन और उत्सवों के दौरान दर्शन का महत्व और भी बढ़ जाता है। रामनवमी और दीपावली जैसे त्योहारों पर यहां खास उत्सव का माहौल होता है। हर महीने की पूर्णिमा पर यहां सरयू स्नान का उत्सव होता है। चैत्र, कार्तिक और सावन के महीनों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, खासकर सावन झूला मेला और कार्तिक मेला के दौरान।

ऑनलाइन बुकिंग और दर्शन का समय

अगर आप रामलला की आरती में भाग लेना चाहते हैं, तो इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध है। आरती के लिए आईडी प्रूफ देना अनिवार्य है। आरती के समय इस प्रकार हैं: मंगला आरती सुबह 4:30, श्रृंगार आरती सुबह 6:30-7:00, भोग आरती 11:30, संध्या आरती शाम 6:30, शाम को भाग आरती रात 9:00, और शयन आरती रात 10:00।

सुरक्षा और नियम

मंदिर परिसर में सुरक्षा के लिहाज से कुछ नियम और शर्तें लागू होती हैं। फोन, वॉलेट, चार्जर, चाबी, इलेक्ट्रॉनिक सामान ले जाने पर रोक है। ये सामान आपको परिसर के निशुल्क लॉकर में रखने होंगे।

आवास और भोजन

अयोध्या में विभिन्न प्रकार के आवास विकल्पउपलब्ध हैं, जैसे होटल, गेस्ट हाउस, और धर्मशालाएँ। यहां पर विभिन्न प्रकार के भोजनालय भी उपलब्ध हैं जहां आप पारंपरिक और स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं।

अयोध्या के अन्य आकर्षण

अयोध्या में अन्य आकर्षणों में सूर्यकुंड, त्रेता के ठाकुर, और मणिराम दास छावनी शामिल हैं। ये सभी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के स्थल हैं, जो भक्तों और पर्यटकों के लिए दर्शनीय हैं।

संक्षेप में

अयोध्या राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए यात्रा की योजना बनाते समय इन सभी बिंदुओं का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। यात्रा की योजना, दर्शन के नियम, आवास और भोजन की व्यवस्था, और स्थानीय आकर्षणों की जानकारी इस यात्रा को आनंदमय और स्मरणीय बनाएगी। इस अनोखी यात्रा का अनुभव आपको भक्ति और आध्यात्मिकता की एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

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